तकनीकी विकास महानिदेशालय की इकाईयां, जिनके अपने ढलाई कारखाने हैं, अपनीआवश्यकताएं सीधे कारखानों/स्टाकयार्डों से पूरी करती है.
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तकनीकी विकास महानिदेशालय की इकाईयां, जिनके अपने ढलाई कारखाने हैं, अपनीआवश्यकताएं सीधे कारखानों/स्टाकयार्डों से पूरी करती है.
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(३) स्थूल रूप से औद्योगिक वास्तविक उपयोक्ताओं को तीन श्रेंणियों में विभाजितकिया जा सकता है अर्थात् (१) तकनीकी विकास महानिदेशालय के रजिस्टरों मे दर्जअनुसूचित उद्योग (२) अनुसूचित उद्योग जिनके नाम तकनीकी विकास महा ~ निदेशालय केरजिस्टरों में दर्ज नहीं होते और लघु उद्योगों से इतर गैर अनुसूचित उद्योग, और (३० लघु उद्योग.
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(४) वास्तविक उपयोक्ताओं की श्रेणियांः-स्थूल रूप से औद्योगिक वास्तविकउपयोक्ताओं को तीन श्रेणियों में विभा-~ जित किया जा सकता है अर्थात् (१) तकनीकीविकास महा-~ निदेशालय के रजिस्टरों में दर्ज अनुसूचित उद्योग (२) अनु-~ सूचित उद्योगजिनके नाम तकनीकी विकास महानिदेशालय के रजिस्टरों में दर्ज नहीं होते और लधुउद्योगों से इतर गैर अनु-~ सूचित उद्योग, (३) लघु उद्योग.
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(४) वास्तविक उपयोक्ताओं की श्रेणियांः-स्थूल रूप से औद्योगिक वास्तविकउपयोक्ताओं को तीन श्रेणियों में विभा-~ जित किया जा सकता है अर्थात् (१) तकनीकीविकास महा-~ निदेशालय के रजिस्टरों में दर्ज अनुसूचित उद्योग (२) अनु-~ सूचित उद्योगजिनके नाम तकनीकी विकास महानिदेशालय के रजिस्टरों में दर्ज नहीं होते और लधुउद्योगों से इतर गैर अनु-~ सूचित उद्योग, (३) लघु उद्योग.